Saturday 14 March 2015

Story~Wallpapers

अक्सर मैंने लोगों को सपने wallpaper पे save करते देखा है..
Mobile phone में जैसे ही रौशनी होती है..
लोगों की आँखें चमकते देखा है..

दूर कहीं पहाड़ों पे बर्फ की टोपी सी तस्वीर थी किसी के फ़ोन पे..
गौर से उसे देखते हुए वो लड़का मुस्कुरा रहा था..
एक पल को सोचने लगा कुछ वो ..
और फिर फ़ोन पॉकेट में दाल कर चल दिया..

एक पुरानी सी तस्वीर थी उन अंकल के फ़ोन पे..
जवानी में कहीं दोस्तों के साथ बैठे चाय पिटे हुए..
4 दोस्त थे.. उनमें से एक वो..
मैंने उनसे पूछा "Uncle कब की है ये फ़ोटो??"
हलकी सी हँसी के साथ कहने लगे..
"College में थे हम.. पेपरों का आखरी दिन था.. canteen में बैठे हम 4.. आगे की सोच रहे थे..
क्या पता था.. इतने आगे निकल आएंगे.. की सब कुछ पीछे छूट जायेगा!"

मैंने उनसे पूछा.. "अब कहाँ हैं आपके दोस्त? बात नहीं होती?"

उन्होंनें हंस के कहा "सब आगे की सोच में हैं.. पीछे मुड़ के देखने का वक़्त नहीं रहा अब.. मशरूफ हैं सब.. कभी कभी बात हो जाती है..
पर वो बात जो तब थी.. अब नहीं होती!"

मैं सोच में रह गयी.. और देखती रही उनकी तरफ..
उन्होंने mobile की light off की..
मेरे सर पे हाथ रख के मुस्कुराये.. और चल पड़े अपने घर को..

फिर एक दिन मेरी एक friend की cell पे एक couple की फ़ोटो देखि..
एक दूजे को थामे हुए.. मुस्कुरा रहे थे..
बड़ी प्यारी फ़ोटो थी वो..
मैंने उससे पूछा "ये कौन है?"
उसने मुस्कुराते हुए कहा.. "यही तो है वो.. अच्छे लगते हैं न हम साथ में?"
मैंने उसकी तरफ देखते हुए कहा "हाँ! बोहोत प्यारे लगते हो! पर ऐसे क्यों देख रही हो अभी इस फ़ोटो को?"

उसने कहा.. "अब हम साथ नहीं.. वो चला गया!"

"और तुम?"

"मैं वहीं रह गयी.. उसी के पास.. बस खुद को देख रही हूँ!!"

....

कितना कुछ केहतें हैं.. ये phone के wallpapers..
कितने सपनों को थामें रखतें हैं..

जानें कितने लोग इन्हें ख़ुशी से बदलते होंगे और कितने हार कर..

-Nisha Garg

2 comments:

  1. बहुत सुंदर!!!
    You can't connect the dots looking forward. You can only connect them looking backwards. So you have to trust that the dots will somehow connect in your future.

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